Little Known Facts About Shiv chaisa.
Little Known Facts About Shiv chaisa.
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तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
दोस्तों अब हम श्री शिव जी के भजन को क्रमवार लिस्ट के रूप में आप लोगों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं। प्रत्येक भजन का पूरा आर्टिकल लिखने पर यह लेख बहुत बड़ा हो जाएगा, इसलिए हमने नीचे क्रमवार रखे हैं। आप अपने पसंद का भजन को क्लिक करके पूरा पढ़ सकते हैं
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
अर्थ- हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी shiv chalisa lyricsl गुहार लगाई।
अर्थ- हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमददेवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥